नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को नागपुर में ‘मेरी माटी, मेरा देश, अमृत कलश यात्रा’ के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ट्रैफिक रूल का पालन न करने से देश में सड़क दुर्घटनाओं में 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने साथ ही कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने यह तय किया है कि हमारी सबसे पहले यदि कोई प्राथमिकता है तो वह देश है, देश के बाद पार्टी है, पार्टी के बाद मै हूं। उन्होंने कहा कि इसमें ‘मैं सबसे आखरी है, जो मैं-मैं करेगा जनता उसको मैं कर देगी’। गडकरी ने कहा कि इसलिए हमको देश के लिए काम करना है, गरीबों के लिए काम करना है, समाज के लिए काम करना है।
‘सड़क दुर्घटनाओं में टूटते हैं 3.5 लाख लोगों के हाथ-पैर’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह सबसे अनुरोध करते हैं कि रोड पर चलते वक्त कानून का पालन करें। उन्होंने कहा, ‘रोड पर चलने वाले लोग कानून का पालन नहीं करते जिसकी वजह से सड़क दुर्घटनाओं में डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है। 18 से 34 साल की उम्र के लड़के-लड़कियां एक्सिडेंट में मर जाते हैं। जिस घर का जवान लड़का चला जाता है उस घर की हालत क्या होती है। 3.5 लाख लोगों के हाथ-पैर टूट जाते हैं। ट्रैफिक रूल का पालन नहीं करने की वजह से एक्सीडेंट में 20 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। देश की GDP को 3 फीसदी नुकसान होता है।’ बता दें कि गडकरी लोगों से अक्सर ट्रैफिक नियमों के पालन की अपील करते रहते हैं ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
‘हाइवे को गड्ढामुक्त बनाने पर काम कर रही सरकार’
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अगस्त में देश का पहला कार दुर्घटना परीक्षण कार्यक्रम ‘भारत NCAP’ पेश किया था। इसका मकसद 3.5 टन तक के मोटर वाहनों के सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार करना है। गडकरी ने तब कहा था कि देश दो चुनौतियों सड़क दुर्घटना और वायु प्रदूषण का सामना कर रहा है। भारत में हर साल करीब पांच लाख दुर्घटनाएं होती हैं और इनमें करीब 1.5 लाख लोगों की जान जाती है। केंद्रीय मंत्री ने हाल ही में यह भी कहा था कि सरकार इस साल के अंत तक राष्ट्रीय राजमार्गों को गड्ढा-मुक्त करने की नीति पर काम कर रही है।