नई दिल्ली. अफवाह बहुत खतरनाक होती है. इनकी वजह से बहुत बार बड़ा नुकसान हुआ है. यही वजह है कि हर कोई अफवाहों पर ध्यान न देने की नसीहत देता है. एक अफवाह ने अब दो परिवारों को जिंदगी भर का दर्द दे दिया है. दरअसल, नांदेड साहिब से अमृतसर जा रही ट्रेन कि कुछ बोगियों में सोमवार रात को पटरी के किनारे खेतों में लगाई आग से धुआं भर गया. ट्रेन में सवार कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि ट्रेन के डिब्बे में आग लग गई है. इस अफवाह का सच मान दो युवक जान बचाने को चलती ट्रेन से कूद गए. दोनों ही दूसरी पटरी पर आ रही एक ट्रेन से जा टकराए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई. यह घटना हरियाणा के सोनीपत जिले के राठधना और हरसाना कलां स्टेशन के बीच की है.
मरने वाले एक युवक की पहचान हो चुकी है. वह कैथल के पुंडरी का निवासी था और उसका नाम मयंक है. मरने वाले दूसरे युवक की अभी तक पहचान नहीं हुई है. जीआरपी के जांच अधिकारी अजय पंडित ने मीडिया को बताया कि कैथल के पुंडरी का रहने वाला मयंक (20) सचखंड एक्सप्रेस से औरंगाबाद से करनाल जा रहा था. सोमवार की रात करीब 11 बजे आग लगने की अफवाह सुनकर वह और एक अन्य युवक ट्रेन से कूद गए. उनके कूदने के बाद ट्रेन में सवार यात्रियों ने चेन खींचकर ट्रेन रुकवाई. लेकिन, दूसरी पटरी पर आ रही ट्रेन से टकराने की वजह से उनकी मौत हो गई. जीआरपी ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया.
अफवाह ने ले ली जान
सोनीपत जीआरपी थाना प्रभारी महाबीर सिंह ने पूरी घटना का ब्यौरा दिया. उन्होंने बताया कि हरसाना कलां रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के किनारे खेतों में फसल अवशेषों में किसानों ने आग लगा रखी थी. खेतों से उठा धुआं हवा के साथ वहां से गुजर रही ट्रेन में पहुंच गया. धुआं बोगी में भरने पर किसी ने सचखंड एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह फैला दी. इसके चलते दो युवक चलती ट्रेन से कूद गए. मरने वाला मयंक अविवाहित था. वह जागरण पार्टी में गाने-बजाने का काम करता था. वह किसी काम के सिलसिले में औरंगाबाद गया था. वहां से सोमवार को सचखंड एक्सप्रेस में सवार होकर घर आ रहा था. दूसरे मृतक की पहचान की कोशिश की जा रही है.
यात्रियों ने चेन खींचकर ट्रेन को रोका. नीचे उतरने पर यात्रियों को पता चला कि ट्रेन में आग नहीं लगी है, बल्कि धुआं खेतों से आ रहा है. लेकिन, इस अफवाह से दो युवकों की जान चली गई. जीआरपी ने कहा है कि अब वह इस बात की जांच कर रही है कि आखिर यह अफवाह फैलाई किसने थी.