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खाना हजार का और बिल लाख का! आशिक को जब लगी तगड़ी चपत तब आया होश, गैंग के साथ लूट चुकी थी प्रेमिका

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एक लड़का जो डेटिंग एप के जरिए इश्क की तलाश करता है, अपनी तन्हाई को दूर करने के लिए साथी खोजता है, तब उसे एक ऐसा झटका लगता है, जिसे वो शायद ही कभी भूले। लड़के को डेटिंग एप से प्यार मिलता भी है, लड़की भी खूबसूरत रहती है, लड़का सपने में खोया रहता और एक दिन उसे हजार रुपये के खाने के लिए एक लाख से ज्यादा का बिल देना पड़ता है, तब वो पुलिस की शरण में जाने के लिए मजबूर हो जाता है।

डेटिंग एप से ठगी का धंधा

दरअसल डेटिंग एप से ठगी करने के लिए एक पूरा गैंग चल रहा था। गैंग में अलग-अलग रेस्तरां के मालिक, रेस्तरां में काम करने वाला मैनेजर, रेस्तरां का स्टाफ और साथ में इस पूरे रैकेट के अन्य मेंबर और एक 25 साल की लड़की भी थी। लड़की का काम था, डेटिंग एप पर शिकार की तलाश करना, फिर उसे किसी बहाने अलग-अलग रेस्तरां मे बुलाना और फिर बहाना करके अचानक से रेस्तरां से भाग जाना जाना था।

लड़की के भागने के बाद शुरू होता वसूली का खेल

लड़की के जाने के तुरंत बाद होटल मैनेजर की तरफ से सामने बैठे शख्स को एक लंबा चौड़ा बिल दिया जाता, बिल लाखों रुपये में होता था। सामने वाला शख्स अगर बिल देने से मन करता तो उसे डराया धमकाया जाता, उसे कमरे में बंद किया जाता और फिर जब तक वह पूरा का पूरा बिल ट्रांसफर नहीं कर देता, उसे रेस्तरां से बाहर नहीं जाने दिया जाता था।

दिल्ली में सक्रिय है डेटिंग एप गैंग

इस गैंग की जानकारी दिल्ली पुलिस को तब चली, जब 24 जून को एक शिकायतकर्ता जो UPSC की तैयारी कर रहा होता है, वो दिल्ली के शकरपुर थाने में पहुंचता और बताता है कि उसकी दोस्ती डेटिंग एप पर एक 24 साल की लड़की से हुई थी, जिसने अपने नाम वर्षा बताया था। उस लड़की ने शिकायतकर्ता को विकास मार्ग के एक रेस्तरां में बुलाया, जहां पर उसे बंधक बनाकर सवा लाख रुपये का बिल वसूला गया है।

कैसे फंसाती है लड़की

पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वर्षा से उसकी बातचीत डेटिंग एप से शुरू हुई थी, 23 जून को उसने बताया कि उसका जन्मदिन है और उसने उसे विकास मार्ग के ब्लैक मिरर कैफ़े में बुलाया। जहां पर उन्होंने स्नैक्स और दो केक खाए और वर्षा ने चार शॉट फ्रूट वाइन पी। उसके बाद वह शिकायतकर्ता को बताए बिना अचानक चली गई, बाद में पारिवारिक मुद्दों का हवाला दिया। वर्षा के जाने के बाद कैसे मैनेजर पीड़ित के पास आता है और उसे एक लाख 21 हजार का बिल थमा देता है। पीड़ित ने कहा कि जब उसने बिल पर आपत्ति जताई तो उसे धमकाया गया, बंधक बनाया गया और जबरदस्ती बिल लिया गया। पीड़ित ने पूरा बिल ऑनलाइन पे किया था।

जब दिल्ली पुलिस ने किया गैंग का खुलासा

पीड़ित की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने ठगी और आपराधिक षडयंत्र की साजिश के तहत एफआईआर दर्ज की और जांच में जुट गई। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उक्त राशि कैफे के मालिकों में से एक अक्षय पाहवा को हस्तांतरित की गई थी। पूछताछ करने पर,आरोपी अक्षय ने खुलासा किया कि ब्लैक मिरर कैफे के मालिक और भी लोग हैं। उसने आकर बताया कि यह लोग टेबल के हिसाब से मैनेजर रखते हैं। जब वर्षा किसी ग्राहक को फंसा कर उनके रेस्तरां में लाती है, तो जो भी बिल बढ़ाकर उसे वसूला जाता है उसके तीन हिस्से होते थे। जिसमे से 30 प्रतिशत वर्षा ले जाती थी, 30 प्रतिशत मलिक खुद अपने पास रखता था और 40 परसेंट मैनेजर और बाकी स्टाफ के बीच बांटा जाता था।

अफसान परवीन फंसाती थी शिकार

जांच में पता लगा कि वर्षा का असली नाम अफसान परवीन है। इसने फेक नाम से डेटिंग एप पर अपनी प्रोफाइल बना रखी है, वहां पर वह लोगों को टारगेट कर अपने जाल में फंसाती और उसके बाद रेस्तरां में ले जाकर, इसी तरीके से उनके साथ ठगी करती। पुलिस ने अफसान परवीन को उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह एक अन्य ग्राहक को फंसा कर पूर्वी दिल्ली के ही कड़कड़डूमा इलाके में एक रेस्तरां में बैठी हुई थी, इस शिकार को उसने मुंबई से फसाया था और मुंबई से युवक उससे मिलने के लिए दिल्ली आया था। पुलिस ने उस रेस्तरां के मालिक और अफसान परवीन दोनों को मौके से गिरफ्तार किया। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गैंग ने कितने और लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।
Daily Jagran
Author: Daily Jagran

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