नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पिछले एक साल से जेल में बंद हैं. इमरान खान को पाकिस्तानी हुकूमत ने जबरन और मनमाने ढंग से जेल में कैद कर रखा है. यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट वर्किंग ग्रुप ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है. यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट्स वर्किंग ग्रुप ने कहा कि इमरान खान को मनमाने ढंग से पाकिस्तान में हिरासत में रखा गया है. पाकिस्तान का यह कदम इंटरनेशनल कानून का उल्लंघन है. संयुक्त राष्ट्र की इस बॉडी ने इमरान खान की तुरंत रिहाई की वकालत की है.
जेनेवा स्थित यूनाइटेड नेशन वर्किंग ग्रुप ने कहा, ‘उचित तो यह होगा कि इमरान खान को तुरंत रिहा किया जाए. उन्हें अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार मुआवजा दिया जाए. और उन्हें अन्य क्षतिपूर्ति को लागू करने योग्य अधिकार दिया जाए.’ संयुक्त राष्ट्र कार्य समूह ने अपनी राय में ये बातें कही हैं. उसने कहा, ‘वर्किंग ग्रुप इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि उनकी हिरासत का कोई कानूनी आधार नहीं था. ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें राजनीतिक पद के लिए अयोग्य घोषित करने का इरादा था. इस प्रकार शुरू से ही अभियोजन पक्ष कानून पर आधारित नहीं था और कथित तौर पर एक राजनीतिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया गया था.’
यूनाइटेड नेशन वर्किंग ग्रुप की राय
दरअसल, यूनाइटेड नेशन वर्किंग ग्रुप की यह राय 25 मार्च को लिखी गई थी. मगर यह सोमवार को सार्वजनिक की गई. इस ग्रुप में पांच एक्सपर्ट हैं. इनकी राय भले ही बाध्यकारी नहीं है, मगर प्रतिष्ठा के लिहाज से काफी अहम है. पांच सदस्यों वाली इस टीम ने कहा कि इमरान खान की कानूनी परेशानियां उनके और उनकी पाकिस्तान तहरी-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के खिलाफ दमन के बहुत बड़े अभियान का हिस्सा थीं.
यूनाइटेड नेशन की बॉडी ने क्या आरोप लगाए
यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट वर्किंग ग्रुप ने कहा कि 2024 के आम चुनावों से पहले इमरान खान की पार्टी के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. उन्हें प्रताड़ित किया गया और उनकी रैलियों को बाधित किया गया. संयुक्त राष्ट्र के इस समूह ने पाकिस्तान के आम चुनाव वाले दिन व्यापक तौर पर धोखाधड़ी और दर्जनों संसदीय सीटों पर धांधली का भी आरोप लगाया. हालांकि, पाकिस्तानी सरकार ने अभी तक इस राय पर कोई टिप्पणी नहीं की है. मगर पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने फरवरी के आम चुनावों में धांधली से इनकार किया है.
कब से जेल में बंद हैं इमरान
इमरान खान को 2022 से ही मुसीबतों का सामना कर रहे हैं. उन्हें पाकिस्तानी संसद में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बाहर कर दिया गया था. इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं. पाकिस्तान की एक अदालत ने उन्हें सरकारी उपहार बेचने के बाद संपत्ति छिपाने का दोषी पाते हुए तीन साल की जेल की सज़ा सुनाई थी. इसकी वजह से इमरान खान के चुनाव लड़ने पर बैन लगा दिया गया था.