बीते मंगलवार को जो यूपी के हाथरस में हुआ उससे पूरा देश सहम गया है। फुलवई गांव में सत्संग के बीच में जो मौत का खेल चला उसका दर्द भूला नहीं जा सकता है। हर तरफ लाशें ही लाशें बिछी हुई था। वहीं इस बीच जिस बाबा के सत्संग में लोग आए थे वो बाबा ही भगदड़ के वक्त अपने भक्तों को छोड़कर फरार हो गए। जिनकी तलाश में पुलिस जगह- जगह छापेमारी कर रही है। इस मामले को आज राज्य सभा में भी विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़ने ने उठाया है। जिसमें उन्होनें नए कानून का सुझाव दिया है। चलिए जानते हैं।
खड़ने की मांग
खड़गे ने राज्य सभा में कहा कि हाथरस के सत्संग में जैसा हादसा हुआ, ऐसे कार्यक्रमों में लोगों की सुरक्षा के लिए कोई कानून नहीं है। इसलिए इस तरह के कार्यक्रमों में लोगों की सुरक्षा के लिए कानून बनने चाहिए। जैसे- सत्संग कितनी बड़ी जगह में हो रहा है, वहाँ से अस्पताल कितनी दूर है। ये जरूरी है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र की तरह ही ‘अंध श्रद्धा’ के खिलाफ कानून बनाए जाएं, ताकि पैसों के लिए लोगों को लूटने वाले नकली लोगों पर पाबंदी लगाई जा सके।
सेवादारों ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठियां चलाई
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस भगदड़ को शुरू करने में बाबा के सेवादारों का भी बहुत बड़ा हाथ है। माना जा रहा है कि सेवादारों की भी भूमिका रही है। कहा जा रहा है कि सेवादारों ने ही भीड़ को काबू करने के लिए उन पर ताबड़तोड़ लाठियां चलाई थी। इसके बाद भगदड़ को हवा मिल गई और ना जाने कितने लोगों के अपने छिन गए।