मनीला, दो जुलाई (एपी) चीन और फिलीपीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर में अब तक के सबसे गंभीर टकराव के बाद बढ़ते तनाव को कम करने के लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस टकराव के कारण व्यापक संघर्ष की आशंका पैदा हो गई है और माना जा रह है कि फिलीपीन का सहयोग करने के लिए अमेरिका भी सामने आ सकता है।
द्वितीय ‘थॉमस शोल’ में 17 जून को हुई झड़प की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए हालांकि किसी बड़े समझौते का उल्लेख नहीं किया गया। उक्त झड़प में फिलीपीन की नौसेना के कार्मिक घायल हो गए थे और उसकी दो सैन्य नौकाएं क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
उत्तर-पश्चिमी फिलीपीन के तट के नजदीक स्थित विवादित जलक्षेत्र सबसे खतरनाक बिंदु के रूप में उभरा है। इस पूरे क्षेत्र पर चीन दावा करता है। चीनी नौसेना और नागरिक जहाजों ने एक जहाज पर सवार फिलीपीन के नौसैनिकों को घेर लिया था, उनकी आपूर्ति को रोकने की कोशिश की और फिलीपीन से वापस जाने को कहा।
फिलीपीन के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार देर रात जारी एक बयान में कहा कि चीनी और फिलीपीन के प्रतिनिधिमंडलों ने ‘‘अपने-अपने रुख पर बिना किसी पूर्वाग्रह के तनाव कम करने की अपनी प्रतिबद्धता की दोहराई।’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘ समुद्र में स्थिति को संभालने की रूपरेखा तय करने की दिशा में पर्याप्त प्रगति हुई है, लेकिन मतभेद अभी भी बने हुए हैं।’’
फिलीपीन पक्ष के अनुसार, फिलीपीन के अवर विदेश सचिव थेरेसा लाजारो ने अपने चीनी समकक्ष, उप विदेश मंत्री चेन शियाओदोंग से कहा कि ‘‘फिलीपीन दक्षिण चीन सागर में अपने हितों की रक्षा करने तथा अपनी संप्रभुता, संप्रभु अधिकारों और अधिकार क्षेत्र को बनाए रखने के लिए अथक प्रयास करेगा।’’