Search
Close this search box.

लखनऊ CMO हत्याकांड: CBI की जांच में दोषी आनंद प्रकाश को उम्रकैद की सजा

Share this post

लखनऊ सीमओ मर्डर केस  : सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ने लखनऊ के सीएमओ हत्याकांड में आरोपी आनंद प्रकाश तिवारी को दोषी करार दिया है। लखनऊ शहर में डॉ विनोद आर्य और डॉ बीपी सिंह के नाम अब हत्याकांड की वजह से अज्ञात रूप से प्रसिद्ध हो गए हैं। विनोद आर्य, जो 2010 में परिवार कल्याण विभाग के सीएमओ थे, और बीपी सिंह, जो उनके पदभारी बनने के बाद 2011 में हमले का शिकार हुए थे। दोनों के निधन एक गंभीर राजनीतिक हमले में हुए थे, जो शहर में बड़ी चिंता और आतंक का सामना कराते हैं।

2010 में,   के विकास नगर में, डॉ विनोद आर्य को एक हमले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद, बीपी सिंह को भी 2011 में उसके पदभारी ने के बाद हमले में मार दिया गया था। इन घटनाओं ने शहर की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को बहुत बिगाड़ा था।

जांच का प्रक्रिया

यूपी सरकार ने इन मामलों की जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया था। जांच के दौरान, सीबीआई ने अनुसंधान में संदिग्धता के साक्ष्य प्रस्तुत किए और आनंद प्रकाश तिवारी को दोषी करार दिया गया, जबकि अन्य आरोपितों विनोद शर्मा और रामकृष्ण वर्मा को बरी कर दिया गया।

जुर्म की गंभीरता

सीबीआई द्वारा की गई जांच में पता चला कि हत्या के पीछे एक विश्लेषणीय राजनीतिक साजिश थी। इसमें फर्जी बिल पास करने का भी आरोप था, जिसकी वजह से अनेकों जीवनों की खो दी गई थी। सीबीआई द्वारा यह जांच न केवल लखनऊ के इस हत्याकांड के मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्य पेश करने वाली रही, बल्कि एनआरएचएम घोटाले जैसे अन्य भ्रष्टाचार मामलों के सुराग भी मिले।

लखनऊ के डॉ आर्य और बीपी सिंह हत्याकांड में सीबीआई द्वारा किए गए निष्पक्ष और सख्त जांच के बाद, अपराधियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। यह घटनाएं न केवल शहर की राजनीतिक इतिहास में एक संकेत हैं, बल्कि इनके माध्यम से समाज में न्याय और सुरक्षा के प्रति विश्वास भी बना रहता है।

Daily Jagran
Author: Daily Jagran

Leave a Comment

ख़ास ख़बरें

ताजातरीन